
तेरी सिर्फ एक निगाह ने खरीद लिया हमें…
बड़ा गुमान था हमें की हम बिकते नहीं…
हमारी ताकत का अंदाजा हमारे जोर से
नही..दुश्मन के शोर से पता चलता है….
मत पूछ मेरा कारोबार क्या है,
मोहब्बत की दुकान चला रहा हूँ
नफरतों के बाज़ार में….!!!
अपनी यादों से कहो इक दिन की छुट्टी दें हमें, इश्क के हिस्से में भी इतवार होना चाहिए…
हम भी दरिया है,
हमे अपना हुनर मालूम
हे। जिस तरफ भी चल पडेंगे,
रास्ता हो जायेगा.
कभी भी लोग आपके बारे में
टीका या टिपण्णी करे
तो घबराना मत..
बस यह बात याद रखना
कि हर खेल में दर्शक ही शोर मचाते है,
खिलाडी नही………
दूर हो जाने की तलब है तो शौक से जा
बस याद रहे की मुड़कर देखने की आदत इधर भी नही…….
अक्सर वही लोग उठाते हैं सूरज पर
उंगलियां……!
एक जुगनू तक को छूने की जिन की औकात
नहीं होती….!!
ए चिरागों ना इतराओ तुम खुद पर इतना….
तुमसे तेज़ तो हमारे दिल जला करते है…….
दिमाग पर जोर डालकर गिनते हो गलतियाँ मेरी,
कभी दिल पर हाथ रख कर पूछना की कसूर किसका था.
हम मशहुर होने का दावा तो नही करते.
मगर…..
जिसे भी आखँ भर कर देख लेते है
उसे उलझन मे डाल देते है.
महसूस जब हो कि सारा शहर,
आपसे ज़लने लगा है ,
समझ लेना आपका नाम भी ,
चलने लगा है..!!
जोधपुर सेंट्रल जेल में सलमान से मिलने पहुंची यह अभिनेत्री
ये है दुनिया की सबसे महँगी परफ्यूम , कीमत जानकर दंग रह जायेंगे